पीरियड के तीसरे दिन संबंध बनाने से क्या होता है | तीसरे दिन सेक्स | फायदे और नुकसान

मासिक धर्म के दौरान यौन संबंध को लेकर बहुत सारी भ्रांतियाँ और सवाल होते हैं। खासकर पीरियड के तीसरे दिन सेक्स को लेकर महिलाएँ और पुरुष अक्सर चिंतित रहते हैं। इस ब्लॉग में हम विस्तार से बताएंगे कि पीरियड के तीसरे दिन सेक्स करने से क्या होता है, इससे गर्भधारण कितनी संभव है, स्वास्थ्य पर इसका असर और कौन-कौन सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए।

पीरियड के तीसरे दिन संबंध और गर्भधारण की संभावना

सामान्य 28-दिन के मासिक चक्र में अंडोत्सर्जन आमतौर पर पीरियड के 12–16वें दिन होता है। यही वह समय होता है जब महिला के शरीर में अंडाणु जारी होता है और गर्भधारण की संभावना सबसे अधिक होती है।

इसलिए पीरियड के तीसरे दिन संबंध बनाने पर गर्भधारण की संभावना सामान्यतः कम होती है।

सटीक संभावना: पीरियड के शुरुआती 3-4 दिनों में गर्भधारण की संभावना 1% से 5% के बीच होती है। यह बहुत कम है, लेकिन शून्य नहीं।

हालांकि कुछ परिस्थितियों में तीसरे दिन संबंध करने से भी गर्भधारण संभव हो सकता है:

  • यदि महिला का मासिक चक्र छोटा है, जैसे 21–24 दिन, तो अंडोत्सर्जन जल्दी हो सकता है।

  • शुक्राणु महिला के शरीर में लगभग 3–5 दिन तक जीवित रह सकते हैं। इसलिए यदि अंडोत्सर्जन जल्दी होता है, तो गर्भधारण संभव हो जाता है।

  • अनियमित मासिक चक्र वाली महिलाओं में पीरियड के दौरान संबंध करने पर भी गर्भधारण हो सकता है।

पीरियड के दौरान सेक्स के फायदे और लाभ

  • पेट दर्द और ऐंठन कम करना – पीरियड के दौरान संबंध बनाने से शरीर में हार्मोन निकलते हैं, जो दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

  • मूड और तनाव में सुधार – मासिक धर्म के समय हार्मोनल बदलाव के कारण मूड में उतार-चढ़ाव होता है। सेक्स करने से तनाव कम होता है और मूड बेहतर रहता है।

  • ब्लड फ्लो पर असर नहीं – पीरियड के दौरान यौन संबंध मासिक धर्म के सामान्य प्रवाह को प्रभावित नहीं करते।

  • जोड़ों और मांसपेशियों में आराम – सेक्स के दौरान मांसपेशियों की हल्की खिंचाव और रिलैक्सेशन से शरीर में आराम महसूस होता है।

  • इंटिमेसी और संबंध मजबूती – पार्टनर के साथ शारीरिक नज़दीकी बढ़ती है, जिससे भावनात्मक कनेक्शन मजबूत होता है।

  • नींद में सुधार – सेक्स के बाद हार्मोनल बदलाव और रिलैक्सेशन से नींद बेहतर आती है।

  • हॉर्मोनल संतुलन – मासिक धर्म के दौरान सेक्स से शरीर में हार्मोनल असंतुलन को थोड़ा संतुलित करने में मदद मिल सकती है।

पीरियड के दौरान सेक्स के स्वास्थ्य जोखिम

पीरियड के दौरान संबंध बनाने से जुड़े कुछ जोखिम हैं, जिन्हें जानना जरूरी है:

  • संक्रमण का खतरा – योनि संवेदनशील और गर्भाशय का मुख थोड़ा खुला होने के कारण बैक्टीरिया और यीस्ट संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

  • यौन संक्रमण का जोखिम – यदि किसी साथी को यौन संक्रमण है, तो रक्त के कारण यह आसानी से फैल सकता है।

  • पेट दर्द और असुविधा – मासिक धर्म के दौरान ऐंठन या थकान के कारण असुविधा या दर्द महसूस हो सकता है।

  • खून का रिसाव – अधिक रक्तस्राव के कारण गंदगी और असहजता बढ़ सकती है।

पीरियड के तीसरे दिन संबंध और गर्भधारण रोकथाम

  • कंडोम का उपयोग – पीरियड के दौरान संबंध बनाने पर गर्भधारण और संक्रमण से बचने के लिए कंडोम का उपयोग सबसे सुरक्षित तरीका है।

  • मासिक चक्र का ध्यान रखें – यदि महिला का मासिक चक्र छोटा है या अंडोत्सर्जन जल्दी होता है, तो तीसरे दिन संबंध करने पर भी गर्भधारण की संभावना बनी रहती है।

  • स्वच्छता बनाए रखना – संबंध से पहले और बाद में शरीर की सफाई का ध्यान रखें।

पीरियड के दौरान सेक्स करने के मानसिक और भावनात्मक फायदे

  • भावनात्मक कनेक्शन बढ़ना – पार्टनर के साथ निकटता और विश्वास बढ़ता है।

  • तनाव और चिंता कम करना – हार्मोन रिलीज होने से मानसिक तनाव और मूड स्विंग्स कम होते हैं।

  • भावनात्मक संतुलन – संबंध भावनाओं को संतुलित और मूड को स्थिर रखने में मदद करता है।

  • सुख और आत्मसंतोष – आनंद और आराम की भावना बढ़ती है, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।

  • साझा अनुभव और समर्थन – पार्टनर के साथ नज़दीकी बढ़ती है और भावनात्मक समर्थन मिलता है।

पीरियड के 5वें दिन संबंध बनाने से क्या होता है?

पीरियड के पांचवें दिन संबंध बनाने पर गर्भधारण की संभावना सामान्यतः कम होती है, क्योंकि अधिकांश महिलाओं में अंडोत्सर्जन अभी नहीं हुआ होता।

  • यदि महिला का मासिक चक्र छोटा है या अंडोत्सर्जन जल्दी होता है, तो गर्भधारण संभव है।

  • स्वच्छता और सुरक्षा का ध्यान रखना आवश्यक है।

पीरियड के 7वें दिन संबंध बनाने से क्या होता है?

पीरियड के सातवें दिन संबंध करने पर गर्भधारण की संभावना थोड़ी बढ़ जाती है।

  • 28-दिन के सामान्य चक्र में ओव्यूलेशन लगभग 12–16वें दिन होता है।

  • शुक्राणु 3–5 दिन तक जीवित रहते हैं, इसलिए यदि अंडा जल्दी जारी हो, तो गर्भधारण संभव है।

पीरियड के 8वें दिन संबंध बनाने से क्या होता है?

पीरियड के आठवें दिन संबंध करने पर गर्भधारण की संभावना और बढ़ जाती है, क्योंकि ओव्यूलेशन के नजदीक समय शुरू हो सकता है।

  • इस समय सुरक्षित यौन व्यवहार और स्वच्छता का ध्यान रखना जरूरी है।

पीरियड के 9वें दिन संबंध बनाने से क्या होता है?

पीरियड के नौवें दिन संबंध करने पर गर्भधारण की संभावना और अधिक होती है।

  • यह समय अंडोत्सर्जन के करीब आता है।

  • यदि आप गर्भधारण से बचना चाहती हैं, तो सुरक्षा उपाय अपनाना जरूरी है।

पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से गर्भ नहीं ठहरता?

  • सामान्यत: मासिक धर्म के पहले 3–4 दिन और अंडोत्सर्जन के बहुत पहले के दिन गर्भधारण की संभावना कम होती है।

  • हालांकि, अनियमित चक्र या जल्दी अंडोत्सर्जन वाली महिलाओं में यह नियम अलग हो सकता है।

  • इसलिए केवल दिन देखकर गर्भधारण से बचने की योजना पूरी तरह सुरक्षित नहीं होती।

पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए?

  • सुरक्षित समय का अंदाजा लगाना महिला के मासिक चक्र पर निर्भर करता है।

  • यदि आप गर्भधारण से बचना चाहती हैं, तो पीरियड के पहले दिनों में या ओव्यूलेशन के दौरान सुरक्षा उपायों के साथ संबंध बनाना चाहिए।

पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाने से प्रेग्नेंट होते हैं?

  • मासिक चक्र के 12–16वें दिन ओव्यूलेशन होता है, यही समय गर्भधारण के लिए सबसे उपयुक्त होता है।

  • शुक्राणु 3–5 दिन तक जीवित रहते हैं, इसलिए ओव्यूलेशन के करीब संबंध करने पर प्रेग्नेंसी की संभावना अधिक होती है।

संदर्भ (References)

  1. UNFPA रिपोर्ट: Integration of Menstrual Hygiene Practices – मासिक धर्म और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी।

  2. PMC अध्ययन: Mitra, S. (2025). Mapping Menstrual and Pelvic Health Scenario in India. PMC

  3. World Bank: Menstrual Health and Hygiene – वैश्विक दृष्टिकोण और जल-स्रोत से संबंधित मासिक धर्म स्वास्थ्य।

  4. FNHW-AAJEEVIKA: Facilitator Guide – Menstrual Hygiene – ग्रामीण क्षेत्रों में मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन मार्गदर्शिका।

निष्कर्ष: पीरियड के दौरान सेक्स

पीरियड के दौरान सेक्स (Sex During Period) करने पर पीरियड के तीसरे दिन संबंध की संभावना कम होती है, लेकिन पूरी तरह शून्य नहीं। इसके फायदे हैं – पेट दर्द और ऐंठन कम होना, मूड और तनाव में सुधार, नींद बेहतर होना और पार्टनर के साथ भावनात्मक कनेक्शन बढ़ना। साथ ही, संक्रमण और असुविधा जैसी जोखिमों से बचने के लिए साफ-सफाई और सुरक्षा उपाय अपनाना जरूरी है। इस तरह, सही जानकारी और सावधानी के साथ पीरियड के दौरान सेक्स करना सुरक्षित और लाभकारी हो सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

1. क्या मैं अपने पीरियड के 3 दिन बाद गर्भवती हो सकती हूं?
पीरियड के तीसरे दिन गर्भवती होने की संभावना सामान्यतः कम होती है, क्योंकि अधिकांश महिलाओं में अंडोत्सर्जन अभी नहीं होता। हालांकि, यदि आपका मासिक चक्र छोटा है या अंडोत्सर्जन जल्दी होता है, तो गर्भधारण संभव है।

2. पीरियड खत्म होने के बाद बच्चेदानी का मुंह कितने दिन तक खुला रहता है?
पीरियड खत्म होने के बाद बच्चेदानी का मुंह (सर्विक्स) कुछ दिनों तक थोड़ा खुला और नरम रहता है। यह स्थिति ओव्यूलेशन के करीब बढ़ जाती है ताकि शुक्राणु अंडाणु तक पहुँच सके। मासिक चक्र और हार्मोन के अनुसार यह समय महिलाओं में अलग-अलग हो सकता है।

3. पीरियड के दौरान स्पर्म अंदर जाने से क्या होता है?
पीरियड के दौरान स्पर्म महिला के शरीर में 3–5 दिन तक जीवित रह सकता है। यदि अंडोत्सर्जन जल्दी हो जाता है, तो गर्भधारण संभव है। हालांकि सामान्यतः मासिक धर्म के पहले दिनों में गर्भधारण की संभावना कम होती है।

4. पीरियड के दूसरे दिन संबंध बनाने से गर्भ ठहरता है क्या?
पीरियड के दूसरे दिन संबंध करने पर गर्भ ठहरने की संभावना कम होती है, लेकिन पूरी तरह शून्य नहीं है। यदि आपका मासिक चक्र छोटा है या अंडोत्सर्जन जल्दी होता है, तो गर्भधारण संभव हो सकता है।

Dr. Sunita Singh Rathore

Dr. Sunita Singh Rathore

Dr. Sunita Singh Rathore is a highly experienced fertility specialist with over 15 years of expertise in assisted reproductive techniques. She has helped numerous couples achieve their dream of parenthood with a compassionate and patient-centric approach.